एक पुत्र ने दो खूबसुरत पंक्तियां लिखी….
👌👌👌👌👌👌👌
मुझसे मेरी माँ की दो पल की
जुदाई भी सही नही जाती हैं
पता नही बेटींयां ये हुनर …
कहाँ से लाती हैं……
🍄🍄बेटियाँ सब के नसीब में कहाँ होती है, रब को जो घर पसंद आए वहाँ होती है🍄🍄
“पराया धन होकर भी कभी पराई नही होती। शायद इसीलिए….किसी बाप से… हंसकर बेटी की, विदाई नही होती।।”👣👣

TopJokes.in