वॉट्स अप की अवस्था कुंभ मेले जैसी हो गई है..

चारो तरफ अखाडे ही अखाडे..(ग्रुप ही ग्रुप)..

किसी मे एक तो किसी मे २-३-४ महंत..
(एडमिन)..

कुछ साधू नियमित प्रवचन करते है
(बहुत एक्टिव मेंबर्स)..

कुछ हफ्ते मे एक दो बार..
(कम एक्टिव मेंबर्स)..

कुछ साधू जो बस सिर्फ लंगर खाते रहते है..
( निठले मेबर्स जो बस पोस्ट पढ़ते रहते है)..

😜😜😜😜

FunnyTube.in