भीड़ में भी महसूस होती है तन्हाई,
अँधेरे में दिखती है तुम्हारी पडछाई,
तुम क्या समजोगे हमारे प्यार की सच्चाई,
सागर से भी गहरी हो जिसकी गहराई,
भीड़ में भी महसूस होती है तन्हाई,
अँधेरे में दिखती है तुम्हारी पडछाई,
तुम क्या समजोगे हमारे प्यार की सच्चाई,
सागर से भी गहरी हो जिसकी गहराई,