रात 2 बजे दरवाजे पर दस्तक “टक-टक”
बसंती – “कौन है”
बाहरसे-“ठाकूर”
बसंती – “ओह! ठाकूर आज तूम बहोत मूड मे लग रहे हो”
ठाकूर – “नही तो!!! ऐसी कोई बात नही”
बसंती – “झुठे कही के!!
फिर दरवाजे पर टक-टक कैसे किया ”
😝😝😝
रात 2 बजे दरवाजे पर दस्तक “टक-टक”
बसंती – “कौन है”
बाहरसे-“ठाकूर”
बसंती – “ओह! ठाकूर आज तूम बहोत मूड मे लग रहे हो”
ठाकूर – “नही तो!!! ऐसी कोई बात नही”
बसंती – “झुठे कही के!!
फिर दरवाजे पर टक-टक कैसे किया ”
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