कल JNU में एक नारा सुना-
“तुम कितने अफज़ल मारोगे घर-घर से अफज़ल निकलेगा”
अब हमारा नारा सुनो –
“घर-घर मे घुस कर मारेंगे, जिस घर से अफज़ल निकलेगा” 😎😎😎👊🏻👊🏻👊🏻👊🏻
कल JNU में एक नारा सुना-
“तुम कितने अफज़ल मारोगे घर-घर से अफज़ल निकलेगा”
अब हमारा नारा सुनो –
“घर-घर मे घुस कर मारेंगे, जिस घर से अफज़ल निकलेगा” 😎😎😎👊🏻👊🏻👊🏻👊🏻