सुप्रभात 🙏
“काश ऐसी बारिश आये जिसमें
*अहम* डूब जाए
*मतभेद* के किले ढह जाएं
*घमंड* चूर चूर हो जाए
*गुस्से* के पहाड़ पिघल जाए
*नफरत* हमेशा के लिए दफ़न हो जाये
और हम सब
*”मैं”* से *”हम”* हो जाएं ……🙏
🌹आपका दिन मंगलमय हो🌹
सुप्रभात 🙏
“काश ऐसी बारिश आये जिसमें
*अहम* डूब जाए
*मतभेद* के किले ढह जाएं
*घमंड* चूर चूर हो जाए
*गुस्से* के पहाड़ पिघल जाए
*नफरत* हमेशा के लिए दफ़न हो जाये
और हम सब
*”मैं”* से *”हम”* हो जाएं ……🙏
🌹आपका दिन मंगलमय हो🌹