एक मंच पर नेताजी “आत्महत्या के उपर “ भाषण दे रहे थे .
नेता : आत्महत्या करना पाप है , बुझदिली है , कायरता है और बहुत बड़ा गुनाह है
आत्महत्या करने से तो अच्छा है की इंसान अपने आप को गोली मार ले.
एक मंच पर नेताजी “आत्महत्या के उपर “ भाषण दे रहे थे .
नेता : आत्महत्या करना पाप है , बुझदिली है , कायरता है और बहुत बड़ा गुनाह है
आत्महत्या करने से तो अच्छा है की इंसान अपने आप को गोली मार ले.