ऐ मेरे मालिक
तूने गुल को गुलशन में जगह
दी,
पानी को दरिया में जगह
दी,
पंछियो को आसमान मे जगह दी,
तू उस शख्स को जन्नत में जगह देना,
जिसने मुझे “..9..” महीने पेट में जगह दी….!!
!!! माँ !!!
😍😍😘😘माँ😘😘😘
ऐ मेरे मालिक
तूने गुल को गुलशन में जगह
दी,
पानी को दरिया में जगह
दी,
पंछियो को आसमान मे जगह दी,
तू उस शख्स को जन्नत में जगह देना,
जिसने मुझे “..9..” महीने पेट में जगह दी….!!
!!! माँ !!!
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