🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁🍁
*लोग अफ़सोस से कहते है की*
*कोई किसीका नहीं,*
*लेकिन कोई यह नहीं सोचता की*
*हम किसके हुए !!*
*परखो तो कोई अपना नही*
*समझो तो कोई पराया नहीं*
*🙏🙏🙏🙏🙏*
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*लोग अफ़सोस से कहते है की*
*कोई किसीका नहीं,*
*लेकिन कोई यह नहीं सोचता की*
*हम किसके हुए !!*
*परखो तो कोई अपना नही*
*समझो तो कोई पराया नहीं*
*🙏🙏🙏🙏🙏*