*पीपल के पत्तों जैसा मत*
*बनो जो वक्त आने पर*
*सूख कर गिर जाते हैं*
*बनना है तो मेहँदी के पत्तों जैसा*
*बनो जो पिस कर भी*
*दूसरों की जिंदगी में*
*रँग भर देते है।*
🍁🌿₲๑๑d morning🌿🍁
*पीपल के पत्तों जैसा मत*
*बनो जो वक्त आने पर*
*सूख कर गिर जाते हैं*
*बनना है तो मेहँदी के पत्तों जैसा*
*बनो जो पिस कर भी*
*दूसरों की जिंदगी में*
*रँग भर देते है।*
🍁🌿₲๑๑d morning🌿🍁