Offline रहता हुँ,
तो सिर्फ दाल रोटी एवं परिवारकी ही चिंता रहती है,
Online होते ही,
धर्म, समाज, राजनिती, देश और विश्व की चिंताए होने लगती है !!
Offline रहता हुँ,
तो सिर्फ दाल रोटी एवं परिवारकी ही चिंता रहती है,
Online होते ही,
धर्म, समाज, राजनिती, देश और विश्व की चिंताए होने लगती है !!