*पूरी ज़िन्दग़ी ईत्र लगा लगा के मर गए*
*फिर भी राख से सुगंध नहीं आयी….*
*आओ अच्छे कर्मो का इत्र लगायें जीवन में,*
*ताकि मरने के बाद राख से भी कर्मो की खुशबु आये।*
*पूरी ज़िन्दग़ी ईत्र लगा लगा के मर गए*
*फिर भी राख से सुगंध नहीं आयी….*
*आओ अच्छे कर्मो का इत्र लगायें जीवन में,*
*ताकि मरने के बाद राख से भी कर्मो की खुशबु आये।*