*किसी नन्हे बच्चे की मुस्कान देख कर कवि ने क्या खूब लिखा है*
🍂 *दौड़ने दो खुले मैदानों में,*
🍂 *इन नन्हें कदमों को जनाब .!*
🍂 *जिंदगी बहुत तेज भगाती है,*
🍂 *बचपन गुजर जाने के बाद!!*
*😊🙏सुप्रभात🙏😊*
*किसी नन्हे बच्चे की मुस्कान देख कर कवि ने क्या खूब लिखा है*
🍂 *दौड़ने दो खुले मैदानों में,*
🍂 *इन नन्हें कदमों को जनाब .!*
🍂 *जिंदगी बहुत तेज भगाती है,*
🍂 *बचपन गुजर जाने के बाद!!*
*😊🙏सुप्रभात🙏😊*