*“दिखावा”और “झूठ”बोलकर*
*व्यवाहर बनाने से अच्छा हैं*,
*“सच” बोलकर “दुश्मन” बना लो।*
*आपके साथ कभी “विश्वाशघात*”
*नही होगा*
*शुभ प्रभात*
*“दिखावा”और “झूठ”बोलकर*
*व्यवाहर बनाने से अच्छा हैं*,
*“सच” बोलकर “दुश्मन” बना लो।*
*आपके साथ कभी “विश्वाशघात*”
*नही होगा*
*शुभ प्रभात*