फिर से चमका है एक टुकड़ा चॉद का;
अपने अधूरे ख्वाब सजाने को;
रात के अंधेरे को राह दिखाने को।
🌺Good night 🌺
🌹sitaram sitaram 🌹
फिर से चमका है एक टुकड़ा चॉद का;
अपने अधूरे ख्वाब सजाने को;
रात के अंधेरे को राह दिखाने को।
🌺Good night 🌺
🌹sitaram sitaram 🌹