*इन्सान को कभी अपने वक़्त पर घमन्ड नही करना चाहिए।*
*क्योंकि,*
*वक़्त तो उन नोटों का भी नहीं हुआ,*
*जो कभी पूरा बाजार खरीदने की ताकत रखते थे…*
*इन्सान को कभी अपने वक़्त पर घमन्ड नही करना चाहिए।*
*क्योंकि,*
*वक़्त तो उन नोटों का भी नहीं हुआ,*
*जो कभी पूरा बाजार खरीदने की ताकत रखते थे…*