😑साँची साँची कहे कबीरा
🌱बोया पेड़ बबूल का तो आम कहाँ से होय,
दिन भर लटके व्हाट्सएप्प पे तो काम कहाँ से होय।
🙏🏻🙏🏻 *शुभरात्रि* 🙏🏻🙏🏻
😑साँची साँची कहे कबीरा
🌱बोया पेड़ बबूल का तो आम कहाँ से होय,
दिन भर लटके व्हाट्सएप्प पे तो काम कहाँ से होय।
🙏🏻🙏🏻 *शुभरात्रि* 🙏🏻🙏🏻