*मैंने एक फकीर से पूछा,*
*की देश में इतनी गर्मी क्यों पड रही,*
*उनका जवाब सुन कर में सन्न रह गया,*
*जवाब था.*
*आदमी ही आदमी से जलने लगा हे,गर्मी तो बढेगी ही ना साहब।।*
*मैंने एक फकीर से पूछा,*
*की देश में इतनी गर्मी क्यों पड रही,*
*उनका जवाब सुन कर में सन्न रह गया,*
*जवाब था.*
*आदमी ही आदमी से जलने लगा हे,गर्मी तो बढेगी ही ना साहब।।*