*प्यार ने दोस्ती से कहा, मेरे होते हुए तुम्हारा क्या काम,,*
*दोस्ती बोली में उन होठो पर मुस्कान लाती हु, जिनकी आँखो में तुम आँसू छोड़ जाते हे।*
*प्यार ने दोस्ती से कहा, मेरे होते हुए तुम्हारा क्या काम,,*
*दोस्ती बोली में उन होठो पर मुस्कान लाती हु, जिनकी आँखो में तुम आँसू छोड़ जाते हे।*