*जब कोई “हाथ” और “साथ”*
*दोनों ही छोड़ देता है,*
*तब “कुदरत” कोई न कोई*
*उंगली पकड़ने वाला भेज देता है,*
*इसी का नाम “जिदंगी” है…!!*
*मुस्कुरा कर चलते रहिए..!!*
🙏 *सुप्रभात* 🙏
*जब कोई “हाथ” और “साथ”*
*दोनों ही छोड़ देता है,*
*तब “कुदरत” कोई न कोई*
*उंगली पकड़ने वाला भेज देता है,*
*इसी का नाम “जिदंगी” है…!!*
*मुस्कुरा कर चलते रहिए..!!*
🙏 *सुप्रभात* 🙏